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साईं मंदिर अवधपुरी, भोपाल: आध्यात्मिक विरासत के संरक्षक

साईं मंदिर अवधपुरी, श्रद्धा और भक्ति का केंद्र

हमारा लक्ष्य न केवल भक्तों के लिए एक पवित्र स्थान प्रदान करना है, बल्कि साईं बाबा की शिक्षाओं को जन-जन तक पहुंचाना भी है। साईं मंदिर अवधपुरी एक ऐसा केंद्र है जहां भक्तगण आध्यात्मिक शांति और साईं बाबा की दिव्य कृपा का अनुभव कर सकते हैं। ट्रस्ट द्वारा आयोजित विभिन्न धार्मिक और सामाजिक गतिविधियों के माध्यम से, हम समाज में साईं बाबा के संदेश को प्रसारित करते हैं।
साईं मंदिर अवधपुरी, भोपाल का प्रबंधन निष्ठा और पारदर्शिता के साथ किया जाता है। हमारी प्राथमिकता है कि प्रत्येक भक्त को मंदिर में एक आध्यात्मिक और शांतिपूर्ण वातावरण मिले। हमारे द्वारा आयोजित भजन, कीर्तन, और धार्मिक अनुष्ठान साईं बाबा के प्रति श्रद्धा और भक्ति को और प्रगाढ़ बनाते हैं।
साईं मंदिर अवधपुरी ट्रस्ट के प्रयासों का मुख्य उद्देश्य साईं बाबा की शिक्षाओं और उनकी आध्यात्मिक विरासत को संरक्षित करना और उन्हें आने वाली पीढ़ियों तक पहुंचाना है। यहाँ, हर भक्त को साईं बाबा की उपस्थिति का अनुभव होता है और उनकी शिक्षाओं से प्रेरणा मिलती है।

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खिचड़ी बनाने का गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड प्रयास

ये रिकॉर्ड 3700 किलो खिचड़ी बनाने का होगा। यह खिचड़ी 2 हजार 40 किलो वजनी लोहे की हांडी में बनेगी। करीब 6 घंटे में बनकर तैयार होगी। खिचड़ी गुरुवार को अवधपुरी में आधारशिला स्थित श्री सांई मंदिर में बनेगी। इसके सूत्रधार रमेश कुमार महाजन हैं। वे दो दिन पहले बीएचईएल से सेवानिवृत्त हुए हैं। उनका संकल्प था कि अपनी सेवा के 37 साल पूरे करने के मौके पर वे खिचड़ी बनाएंगे। मंदिर से जुड़े श्रद्धालु कमलेश नगपुरे ने बताया कि इसके लिए गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में रजिस्ट्रेशन मंदिर में हर साल भंडारा भी कराया है।

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बेंच पुश अप विश्व रिकॉर्ड का अनोखा प्रयास

भेल। गोविंदपुरा भेल के अवधपुरी में इसी बीच में आर के महाजन के द्वारा रविवार को एक अनोखा विश्व रिकॉर्ड बेंच पुश अप लगभग 30 मिनट में बन गया। हालांकि अभी इसकी औपचारिकता बाकी है। यहां 3700 3000 पुश अप मारकर प्रण पूरा करने किलो खिचड़ी तैयार की गई। सांई का विश्व रिकार्ड बनाने की वीडियो रिकॉर्डिंग की गई साथ के साथ आधारशिला मंदिर में रविवार की शाम राजपत्रित अधिकारी के द्वारा सत्यापित तक लगभग 24 क्विंटल के करीब खिचड़ी प्रसाद वितरित हो चुका है और कर गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड को भेजा गया है।